संतान प्राप्ति गणेश स्तोत्र | पुत्र प्राप्ति स्तोत्र | संतान गणपति स्तोत्र | Santan ganpati stotra | Putra prapti stotra |


संतान गणेश स्तोत्र 

संतान प्राप्ति के लिये यह एक गणपति का उत्तम स्तोत्र माना जाता है | सिर्फ इतना ही नहीं अपितु सर्व श्रेष्ठ संतानकी प्राप्ति होती है |
 जो बुद्धिवान और सिद्धि वान होता है | 
इस स्तोत्र का 1200 पाठ करके सिद्ध करले | यह किसी भी मंगलवार से शुरू करके मंगलवार ७ दिनों में या फिर मंगलवार से शुरूकर शुक्रवार तक 1200 पाठ करले | किन्तु संतान प्राप्ति का संकल्प करके ही इस स्तोत्र का अनुष्ठान करे | 
अगर स्वयं ना कर सके तो किसी विद्वान ब्राह्मणो के द्वारा सम्पूर्ण विधानतः इसका अनुष्ठान करवाए | 
किन्तु अगर किसी अन्य कारणों की वजह से संतान प्राप्ति में बाधा आ रही हो तो वैदिक ज्ञान के साथ विज्ञान का भी सहारा ले.

संतान गणपति स्तोत्र | Santan ganpati stotra | Putra prapti stotra |
|| संतान गणपति स्तोत्र || 

ॐ नमोस्तु गणनाथाय सिद्धिबुद्धि प्रदाय च | 
सर्वप्रदाय देवाय पुत्रवृद्धिप्रदाय च | | 

गुरुदराय गुरवे गोप्त्रे गुह्यसिताय च | 
गोप्याय गोपितशेषभुवनाय चिदात्मने || 

विश्वमूलाय भव्याय विश्वसृष्टिकराय ते | 
नमो नमस्ते सत्याय सत्यपूर्णाय शुण्डिने || 

एकदंताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नमः | 
प्रपन्नजनपालय प्रणतार्ति विनाशिने || 

शरणं भव देवेश सन्ततिं सुद्रढां कुरु | 
भविष्यन्ति च ये पुत्रा मत्कुले गणनायक || 

ते सर्वे तव पूजार्थे निरताः स्युर्वरो मतः | 
पुत्रप्रदमिदं स्तोत्रं सर्वसिद्धिप्रदायकं || 

|| श्री गणपति अर्पणं अस्तु || 


स्तोत्र का अर्थ 
श्री सिद्धि-बुद्धि सहित उन भगवान् गणनाथ (गणपति) को नमस्कार है 
जो पुत्र वृद्धि प्रदान करनेवाले और सबकुछ प्रदान करनेवाले है 
जो ज्ञान के दाता है, जो हमारे रक्षक है, जो गौरवर्ण वाले है,
जिनका स्वरुप अत्यंत गोपनीय है जो सर्व भुवनो के रक्षक है 
उन भगवान् गणपति को नमस्कार है जो समग्र विश्व के मूल है 
कल्याण रूपी है, जो विश्वसृष्टि करनेवाले है,
उन सत्यस्वरूपी,सत्यपूर्ण तथा शुण्डधारी गणेश्वर को मेरा नमस्कार है | 

जो एकदन्त वाले है,सुंदरमुखवाले है,जो शरणमे आनेवाले की रक्षा करते है,
प्रणतजनों की पीड़ा का नाश करते है,उन शुद्ध स्वरुप गणपति को मेरा नमस्कार है 
हे गणपति आप मेरे शरणदाता हो | 

मेरी संतान प्राप्त करने की कामना को पूर्ण करो( मुझे संतान दो)
मेरे संतान कूल को सुदृढ़ करो और ऐसा की मेरे कुल में जो पुत्र उत्पन्न हो वो सदा आपकी 
भक्ति में तत्पर हो ऐसा संतान हो-ऐसा मुझे वरदान प्रदान करो | 

फलश्रुतिः 

यह पुत्रप्रदायक संतान स्तोत्र समस्त सिद्धिया देने वाला है | 
इस तरह से इस स्तोत्र को समझकर स्पष्ट उच्चारण के साथ सही विधान के साथ अनुष्ठान करने से 
सर्वसिद्धि प्राप्त होती है और गणपति कृपा से संतान प्राप्ति होती है | 

|| इस तरह से यह गणपति संतान स्तोत्र गणपति को समर्पित || 

|| अस्तु || 
|| जय श्री कृष्ण || 




karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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