बारह राशि के स्वामी | Barah Rashi Swami |

 

बारह राशि के स्वामी

बारह राशि के स्वामी



बारह राशि के अधिपति अर्थात हर एक राशि का स्वामी ग्रह है 
और जन्मकुंडली के भविष्य दर्शन के लिए 
यह बहुत ही आवश्यक होता है की किस राशि का स्वामी कहा पर कुंडली में स्थित है | 
और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जातक का अधिकतर स्वभाव इसी पर से देखा जाता है | 

मेषो वृषोऽथ मिथुनं कर्कटः सिंहकन्यके | 
तुलाऽथ वृश्चिको धन्वी मकरः कुम्भमीनकौ || 
मेषवृश्चिकयोभौमः शुक्रो वृषतुलाधिपः | 
कन्यामिथुनयो: सौम्यः कर्कस्वामी च चन्द्रमाः || 
सिंहस्याधिपति: सूर्यो गुरुस्तु धनमीनयोः | 
शनिर्नक्रस्य कुम्भस्य कथितो गणकोत्तमैः || 

राशि  और अधिपति ( स्वामी )
मेष राशि - मङ्गल ग्रह 
वृश्चिक राशि - मङ्गल ग्रह

वृषभ राशि - शुक्र ग्रह 
तुला राशि -  शुक्र ग्रह 

मिथुन राशि - बुध ग्रह 
कन्या राशि - बुध ग्रह 

कर्क राशि - चन्द्र ग्रह 

सिंह राशि - सूर्य ग्रह 

धनु राशि - बृहस्पति ग्रह 
मीन राशि - बृहस्पति ग्रह 

मकर राशि - शनि ग्रह 
कुम्भ राशि - शनि ग्रह 

|| बारह राशि स्वामी || 



Chalo satsang kariye

આચાર્ય શ્રી આનંદકુમાર પાઠક સાહિત્યાચાર્ય-સંસ્કૃતમાં B.a-M.a ૨૫ વર્ષની અવિરત યાત્રા બ્રહ્મરત્ન પુરસ્કાર વિજેતા - ૨૦૧૫ શાસ્ત્રી - આચાર્ય - ભૂષણ - વિશારદ કર્મકાંડ ભૂષણ -કર્મકાંડ વિશારદ જ્યોતિષ ભૂષણ - જ્યોતિષ વિશારદ

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