लक्ष्मी पूजन संकल्प | Lakshmi Pujan Sankalp |

 

लक्ष्मी पूजन संकल्प  

लक्ष्मी पूजन संकल्प


जब भी कोई पूजा-व्रत-कथा-पाठ
 आदि कर्म करते है तो  
 
ॐ विष्णवे नमः विष्णवे नमः  विष्णवे नमः | 
 मम श्रुति स्मृति पुराण उक्त वेद उक्त फल प्राप्ति 
अर्थं दीर्घ आयुष्य आरोग्य 
पुत्रपौत्र आदि धन धान्य आदि समृद्धि अर्थं 
श्री महालक्ष्मी देव्याः प्रसन्नता 
अर्थं लक्ष्मी पूजनं अहं करिष्ये ||  

बिना संकल्प के किया हुआ 
कर्म का फल आधा ही प्राप्त होता है | 

|| लक्ष्मी संकल्प || 
karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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