स्वाहा स्तोत्रम | Swaha Stotram |

 

स्वाहा स्तोत्रम

स्वाहा स्तोत्रम


स्वाहा देवी के यह सोलह नाम बहुत चमत्कारिक है 
जिनके स्मरण से सरवकुछ समर्थ हो जाता है | 
संतान प्राप्ति के लिए यह रामबाण है | 
इसका पाठ किसी भी दिन किया जा सकता है | 
अग्निनारायण की दो पत्निया है स्वाहा और स्वधा देवी | 

वह्निरुवाच 
स्वाहाद्याः प्रकृतेरंशा मन्त्रान्तरशरीरिणी | 
मंत्राणां फलदात्री च धात्री च जगतां सती || 
सिद्धिस्वरूपा सिद्धा च सिद्धिदा सर्वदा नृणाम् |
हुताशदाहिकाशक्तिस्तत्प्राणाधिकरूपिणी || 
संसारसारूपा च घोरसंसारतारिणी | 
देवजीवनरूपा च देवपाषाणकारिणी || 
षोडशैतानि नामानि यः पठेद्भक्तिसंयुतः | 
सर्वसिद्धिर्भवेत्तस्य सर्वकर्मसु शोभनम् |
अपुत्रो लभते पुत्रंऽभार्यो लभते प्रियाम् ||

|| इति श्री ब्रह्मवैवर्तमहापुराणे नारायणनारदसंवादे प्रकृतिखण्डे स्वाहा स्तोत्रं सम्पूर्णं || 
karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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