सरस्वती द्वादश नाम स्तोत्र | Saraswati Dwadash Naam Stotram |

 

सरस्वती द्वादश नाम स्तोत्र

सरस्वती द्वादश नाम स्तोत्र

सरस्वती त्वयं दृष्ट्या वीणापुस्तकधारिणीम् |
हंसवाहसमायुक्तां विद्यादानकरीं मम || १ ||

प्रथमं भारती नाम द्वितीयं च सरस्वती |
तृतीयं शारदा देवी चतुर्थं हंसवाहिनी || २ ||

पश्चमं जगति ख्याता षष्ठं वाणीश्वरी तथा |
कौमारी सप्तमं प्रोक्ता अष्टमं ब्रह्मचारिणी || ३ ||

नवमं बुद्धिदात्री च दशमं वरदायिनी |
एकादशं क्षुद्रघण्टा द्वादशं भुवनेश्वरी || ४ ||

ब्राह्मी द्वादशनामानि त्रिसन्ध्यं यः पठेन्नरः |
सर्वसिद्धिकरी तस्य प्रसन्ना परमेश्वरी |
सा मे वसतु जिह्वाग्रे ब्रह्मरूपा सरस्वती || ५ ||

|| इति सरस्वती द्वादश नाम स्तोत्रं सम्पूर्णम् ||
karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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