श्री हयग्रीव अष्टोत्तर शत नामावलिः | Shree Haygriv AshtottarshatNamavali |

 
श्री हयग्रीव अष्टोत्तर शत नामावलिः




श्री हयग्रीव अष्टोत्तर शत नामावलिः



१. ॐ हयग्रीवाय नमः |
२. ॐ महाविष्णवे नमः |
३. ॐ केशवाय नमः |
४. ॐ मधुसूदनाय नमः |
५. ॐ गोविन्दाय नमः |
६. ॐ पुण्डरीकाक्षाय नमः |
७. ॐ विष्णवे नमः |
८. ॐ विश्वम्भराय नमः |
९. ॐ हरये नमः |
१०. ॐ आदित्याय नमः || १० ||

११. ॐ सर्ववागीशाय नमः |
१२. ॐ सर्वाधाराय नमः |
१३. ॐ सनातनाय नमः |
१४. ॐ निराधाराय नमः |
१५. ॐ निराकाराय नमः |
१६. ॐ निरीशाय नमः |
१७. ॐ निरुपद्रवाय नमः |
१८. ॐ निरञ्जनाय नमः |
१९. ॐ निष्कलङ्काय नमः |
२०. ॐ नित्यतृप्ताय नमः || २० ||

२१. ॐ निरामयाय नमः |
२२. ॐ चिदानन्दमयाय नमः |
२३. ॐ साक्षिणे नमः |
२४. ॐ शरण्याय नमः |
२५. ॐ शुभदायकाय नमः |
२६. ॐ श्रीमते नमः |
२७. ॐ लोकत्रयाधीशाय नमः |
२८. ॐ शिवाय नमः |
२९. ॐ सरस्वतीप्रदाय नमः |
३०. ॐ वेदोद्धर्त्रे नमः || ३० ||

३१. ॐ वेदनिधये नमः |
३२. ॐ वेदवेद्याय नमः |
३३. ॐ पुरातनाय नमः |
३४. ॐ पूर्णाय नमः |
३५. ॐ पूरयित्रे नमः |
३६. ॐ पुण्याय नमः |
३७. ॐ पुण्यकीर्तये नमः |
३८. ॐ परात्पराय नमः |
३९. ॐ परमात्मने नमः |
४०. ॐ परस्मै ज्योतिषे नमः || ४० ||

४१. ॐ परेशाय नमः |
४२. ॐ पारगाय नमः |
४३. ॐ पराय नमः |
४४. ॐ सकलोपनिषद्वेद्याय नमः |
४५. ॐ निष्कलाय नमः |
४६. ॐ सर्वशास्त्रकृते नमः |
४७. ॐ अक्षमालाज्ञानमुद्रा युक्तहस्ताय नमः |
४८. ॐ वरप्रदाय नमः |
४९. ॐ पुराणपुरुषाय नमः |
५०. ॐ श्रेष्ठाय नमः || ५० ||

५१. ॐ शरण्याय नमः |
५२. ॐ परमेश्वराय नमः |
५३. ॐ शान्ताय नमः |
५४. ॐ दान्ताय नमः |
५५. ॐ जितक्रोधाय नमः |
५६. ॐ जितामित्राय नमः |
५७. ॐ जगन्मयाय नमः |
५८. ॐ जरामृत्युहराय नमः |
५९. ॐ जीवाय नमः |
६०. ॐ जयप्रदाय नमः || ६० ||

६१. ॐ जाड्यनाशनाय नमः |
६२. ॐ जपप्रियाय नमः |
६३. ॐ जपस्तुत्याय नमः |
६४. ॐ जपकृते नमः |
६५. ॐ प्रियकृते नमः |
६६. ॐ विभवे नमः |
६७. ॐ विमलाय नमः |
६८. ॐ विश्वरूपाय नमः |
६९. ॐ विश्वगोप्त्रे नमः |
७०. ॐ विधिस्तुताय नमः || ७० ||

७१. ॐ विधिविष्णुशिव स्तुत्याय नमः |
७२. ॐ शान्तिदाय नमः |
७३. ॐ शान्तिकारकाय नमः |
७४. ॐ श्रेयःप्रदाय नमः |
७५. ॐ श्रुतिमयाय नमः |
७६. ॐ श्रेयसां पतये नमः |
७७. ॐ ईश्वराय नमः |
७८. ॐ अच्युताय नमः |
७९. ॐ अनन्तरुपाय नमः |
८०. ॐ प्राणदाय नमः || ८० ||

८१. ॐ पृथिवीपतयेनमः |
८२. ॐ अव्यक्तव्यक्तरूपाय नमः |
८३. ॐ सर्वसाक्षिणे नमः |
८४. ॐ तमोपध्ने नमः |
८५. ॐ अज्ञाननाशकाय नमः |
८६. ॐ ज्ञानिने नमः |
८७. ॐ पूर्णचन्द्रसमप्रभाय नमः |
८८. ॐ ज्ञानदाय नमः |
८९. ॐ वाक्पतये नमः |
९०. ॐ योगिने नमः || ९० ||

९१. ॐ योगीशाय नमः |
९२. ॐ सर्वकामदाय नमः |
९३. ॐ योगारुढाय नमः |
९४. ॐ महापुण्याय नमः |
९५. ॐ पुण्यकीर्तये नमः |
९६. ॐ अमित्रध्ने नमः |
९७. ॐ विश्वसाक्षिणे नमः |
९८. ॐ चिदाकाराय नमः |
९९. ॐ परमानन्दकारकाय नमः |
१००. ॐ महायोगिने नमः || १०० ||

१०१. ॐ महामौनिने नमः |
१०२. ॐ मुनीशाय नमः |
१०३. ॐ श्रेयसां निधये नमः |
१०४. ॐ हंसाय नमः |
१०५. ॐ परमहंसाय नमः |
१०६. ॐ विश्वगोप्त्रे नमः |
१०७. ॐ विराजे नमः |
१०८. ॐ स्वराजे नमः |
१०९. ॐ शुद्धस्फटिकसङ्काशाय नमः |
११०. ॐ जटामण्डलसंयुताय नमः || ११० ||

१११. ॐ आदिमध्यान्तरहिताय नमः |
११२. ॐ सर्ववागीश्वरेश्वराय नमः |
११३. ॐ प्रणवोद्गीथरूपाय नमः |
११४. ॐ वेदाहरणकर्मकृते नमः || ११४ ||

|| इति श्री ब्रह्माण्ड पुराणे श्री हयग्रीवाष्टोत्तरशतनामावलिः सम्पूर्णा ||
karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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