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तुलसी अष्टकं | Tulsi Ashtakam |

 


तुलसी स्तोत्र 

तुलसी स्तोत्र 


वृन्दा वृन्दावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी | 

पुष्पतारा नंदिनी च तुलसी कृष्णजीवनी || 

एतन्नामाष्टकं चैव स्तोत्रं नामार्थसंयुतम् | 

यः पठेत् तां च संपूज्य सोऽश्वमेधफलं लभेत् || 


|| अस्तु || 








तुलसी अष्टकं | Tulsi Ashtakam | तुलसी अष्टकं | Tulsi Ashtakam | Reviewed by karmkandbyanandpathak on 8:30 AM Rating: 5

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