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स्तोत्र और पाठ के नियम | Stotra or Path ke Niyam |

 

स्तोत्र और पाठ के नियम

स्तोत्र और पाठ के नियम 


न मानसं पठेत्स्तोत्रं वाचिकं तु प्रशस्यते | 
कण्ठतः पाठाभावे तु पुस्तकोपरि वाचयेत् || 
न स्वयं लिखितं स्तोत्रं नाब्राह्मणलिपिं पठेत् | 

स्तोत्रों का मानसिक पाठ न करें |
मुख से उच्चारण कर सुमधुरस्वर से पाठ करना प्रशस्त है | 
स्तोत्र कण्ठस्थ न हो तो शुद्ध पुस्तक से पाठ करना चाहिये | 
अपने हाथ से लिखे स्तोत्रों का पाठ न करें |  

|| अस्तु || 
स्तोत्र और पाठ के नियम | Stotra or Path ke Niyam | स्तोत्र और पाठ के नियम | Stotra or Path ke Niyam | Reviewed by karmkandbyanandpathak on 1:48 AM Rating: 5

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