हनुमान मंत्र से भय निवारण
जो लीगो को किसी अज्ञात भय से परेशान रहते हो |
हर समय किसी न किसी तरह के दर के कारण मानसिक भय रहता हो, तो भी के निवारण के लिये सम्पूर्ण प्राण प्रतिष्ठित हनुमान यंत्र के सम्मुख हनुमान मंत्र का
विधि विधान से जप करना लाभप्रद होता हैं |
अनजाने भय के निवारण हेतु इस मंत्र का ७ दिनो तक प्रतिदिन निश्चित समय पर रुद्राक्ष की माला से एक माला जप करना लाभप्रद होता हैं |
|| मंत्र ||
अंजनीर्ग संभूत कपीन्द्रसचिवोत्तम |
राम प्रिय नमस्तुभ्यं हनुमते रक्ष सर्वदा ||
समस्या के समाधान के पश्चात हनुमान यंत्र को बहते जल में विसर्जित कर दे या किसी हनुमान के मंदिर में अर्पित कर दें |
|| हनुमान नमस्कारः ||
गोष्पदी कृत वारीशं मशकी कृत रक्षासम् |
रामायण महामाला रत्नं वन्देऽनिलात्मजम् || १ ||
अञ्जना नन्दनं वीरं जानकी शोक नाशनम् |
कपिशमक्ष हन्तारं वन्दे लङ्का भयङ्करम् || २ ||
महा व्याकरणाम्मोधि मन्थ मानस मन्दरम् |
कवयन्तं राम कीर्त्या हनुमन्तमुपास्महे || ३ ||
उल्लङ्घ्य सिन्धोः सलिलं यः शोक वह्निं जनकात्मजायाः |
आदाय तेनैव ददाह लङ्कां नमामि तं प्राञ्जलिराञ्जनेयम् || ४ ||
मनोजवं मारुत तुल्य वेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम् |
वातात्मजं वानर यूथ मुख्यं श्रीराम दूतं शिरसा नमामि || ५ ||
आञ्जनेयमतिपाटलाननं काञ्चनाद्रि कलनीय विग्रहम् |
पारिजात तरु मृल वासिनं भावयामि पवमान नन्दनम् || ६ ||
यत्र यत्र रघुनाथ कीर्तनं तत्र तत्र कृत मस्तकाञ्जलिम् |
बाष्प वारि परिपूर्ण लोचनं मारुतिर्नमत राक्षसान्तकम् || ७ ||
|| अस्तु ||