श्री नृसिंह स्तोत्र | Narsimha stotra |

 

श्री नृसिंह स्तोत्र 


श्री नृसिंह स्तोत्र



ॐ मद्वंशे ये नराजाता ये जनिष्यन्ति चापरे | 

तांस्त्वमुद्धर देवेश दुःसहाद्भवसागरात् || 

पातकार्णवमग्नस्य व्याधिदुःखांबुवारिधेः | 

नीचैश्च परिभूतस्य महादुःखागतस्य च || 

करावलम्बनं देहि शेषशायिन् जगत्पते |

श्रीनृसिंह रमाकांत भक्तानां भयनाशन || 

क्षीराम्बुधिनिवास त्वं चक्रपाणे जनार्दन | 

व्रतेनानेन देवेश भुक्तिमुक्तिप्रदोभव ||  


|| श्री नृसिंह स्तोत्र || 


karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

Post a Comment

Previous Post Next Post