शालिग्राम दान मंत्र | Shaligram Daan Mantra |


शालिग्राम दान मंत्र

शालिग्राम दान मंत्र 


हमारे शास्त्रों में कहा है सबसे बड़ा दान शालिग्राम शिला और शिवलिङ्ग का है | 
किन्तु जब भी की दान किया जाता है तो उसके पीछे कोई न कोई विधान होता है | 
अगर उस विधान के अनुसार हम दान करते है तो 
जो दान करते है उसका पूर्ण रूप से फल मिलता है | 
आज यहाँ पर जब शालिग्राम हम दान करते है 
तो उस समय जो मंत्र बोला जाता है वो प्रस्तुत का रहा हु | 

शालिग्राम किसी भी माह में ,किसी भी दिन,किस भी तिथि में,
किसी भी नक्षत्र में दान कर सकते है | 
शालिग्राम दान के लिए कोई मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं है | 

शालिग्राम दान करते समय बोलने का मंत्र : 
शालग्रामशिला पुण्या भुक्तिमुक्ति प्रदायिनी | 
शालग्रामप्रदानेन मम सन्तु मनोरथाः || 
चक्राङ्कितसमायुक्तशालग्रामशिला शुभा | 
दानेनैव भवेत्तस्या उभयोर्वाञ्छितं फलं || 

इस मन्त्र को बोलकर शालग्राम शिला दान करनी चाहिए | 

|| अस्तु || 
karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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